हौज़ा न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, मेजर जनरल जाफ़र असदी ने ईरान के काशान में बासिज सप्ताह के अवसर पर नागरिक और सैन्य उच्च अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि अल-अक्सा तूफान ऑपरेशन के साथ यहूदियों का जीवन समाप्त हो गया और चौथा सबसे बड़ा शक्तिशाली सेना। कब्जा करने वाले ज़ायोनीवादियों ने दावा किया।
उन्होंने अल-अक्सा तूफान को इस्लामी क्रांति के शहीदों के खून का नतीजा बताया और कहा कि शहीद इंसानियत के जमावड़े का मोमबत्ती हैं।
कमांडर ऑफ डिफेंस अल-मकदीस ने लेबनान और सीरिया आदि में अपनी कमांडिंग की ओर इशारा करते हुए कहा कि फिलिस्तीनी मुजाहिदीन का ऑपरेशन पत्थर से शुरू हुआ और आज वे बैलिस्टिक मिसाइलों को हड़पने वालों के साथ युद्ध के मैदान में हैं।
उन्होंने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोपीय देशों द्वारा हड़पने वाले ज़ायोनीवादियों को खड़ा रखने के प्रयासों के बावजूद, इस क्षेत्र में केवल हमास को ही विजेता घोषित किया जाएगा।
मेजर जनरल जाफ़र असदी ने कहा कि ज़ायोनी कब्जे का दावा है कि हमारे 80,000 से अधिक जासूस फिलिस्तीनियों के बीच हैं, लेकिन इस दावे के बावजूद, अल-अक्सा तूफान शुरू होते ही यह सब पन्नों से मिटा दिया गया, इसलिए यह का चमत्कार है ।